सिफ़री के निदेशक, डॉ. बि.के. दास ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया और अन्तर्स्थलीय खुले जल निकायों में मछली स्वास्थ्य और मछली रोग निदान दृष्टिकोण के प्रबंधन की आवश्यकता पर जोर दिया। प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य प्रशिक्षुओं को खुले जल पारिस्थितिकी तंत्र के संबंध में मछली रोग की निगरानी और निदान की बुनियादी बातों से परिचित कराना है और साथ ही विभिन्न जैविक और अजैविक घटकों के विभिन्न निगरानी मापदंडों की समझ बनाना है। प्रशिक्षण का उद्देश्य बेहतर प्रबंधन प्रथाओं के माध्यम से बिगड़ते पर्यावरण और मछली स्वास्थ्य के उन्नयन के लिए नवीनतम कार्यप्रणाली और ज्ञान प्रदान करना भी है। निदेशक डॉ. बि .के. दास के नेतृव्य में डॉ. एस.के. मन्ना, डॉ. ए.के. बेरा, डॉ. आर. बैठा और डॉ. वी. कुमार ने प्रशिक्षण कार्यक्रम का समन्वय किया।
भाकृअनुप-केन्द्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान