भाकृअनुप-केन्द्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान में हिन्दी सप्ताह 2022 का आयोजन
21 सितंबर, 2022
भाकृअनुप-केन्द्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान में हिन्दी सप्ताह दिनांक 14 से 20 सितंबर 2022 के बीच आयोजित किया गया । इसका उद्घाटन दिनांक 14 सितंबर 2022 को संस्थान मुख्यालय में ऑफ़लाइन तथा ऑनलाइन दोनों ही मोड में किया गया,जिसमें संस्थान के विभिन्न क्षेत्रीय केंद्रों ने ऑनलाइन मोड में भाग लिया। उद्घाटन समारोह का शुभारंभ भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद गीत और द्वीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इस समारोह का शुभारंभ डा. सुबीर कुमार नाग, प्रभागाध्यक्ष के स्वागत सम्बोधन के साथ किया गया जिसमें उन्होंने संविधान सभा द्वारा राजभाषा हिन्दी की स्वीकृति तथा अनुमोदन के पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला। इसके बाद, राजभाषा प्रतिज्ञा ली गई। आगे संस्थान के वरिष्ठ अधिकारियों और क्षेत्रीय केंद्र प्रमुखों ने अपने-अपने विचार साझा किए। संस्थान के प्रभारी निदेशक तथा सर्वकार्याधिकारी, हिन्दी कक्ष, डा. श्रीकान्‍त सामन्‍ता ने राजभाषा हिन्दी के कार्यकलापों और उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। समारोह के मुख्य अतिथि श्री नवीन कुमार प्रजापति, वरिष्ठ सलाहकार एवं प्रभारी अधिकारी, केन्द्रीय अनुवाद ब्यूरो, कोलकाता ने अपने संभाषण में यह कहा कि हमारी प्रथम पहचान हमारी भाषा होती है। पूरे विश्व की जनसंख्या लगभग 800 करोड़ है जिसमें हिन्दी बोलने वाले 80 करोड़ हैं। उन्होंने कामिल बुलके, मैक्समुलर और जॉन स्मिथ की संज्ञा देते हुए हिन्दी के प्रचार-प्रसार में विदेशी साहित्यकारों के भूमिका पर चर्चा की। इस अवसर पर संस्थान के मासिक हिन्दी न्यूजलेटर, अगस्त 2022 का भी विमोचन किया गया।

संस्थान में हिन्दी सप्ताह के दौरान कई प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। दिनांक 14 सितंबर 2022 को हिन्दी निबंध प्रतियोगिता से शुभारंभ किया गया। इसके बाद दिनांक 15 सितंबर 2022 को हिन्दी अनुवाद; 16 सितंबर 2022 को आशुभाषण प्रतियोगिता; दिनांक 17 सितंबर 2022 को कविता पाठ तथा अंत में दिनांक 19 सितंबर 2022 को क्विज (प्रश्नोत्तरी)। ये प्रतियोगितायें दो वर्गों में आयोजित की गईं- हिन्दी भाषी तथा हिंदीतर भाषी जिनमें प्रतिभागियों की संख्या लगभग 90 के आसपास थी। हिन्दी निबंध तथा आशुभाषण प्रतियोगितायें वर्तमान विषयों पर आधारित थीं, जैसे प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन, हर घर तिरंगा अभियान, आजादी के अमृत महोत्सव और हिन्दी की विकास यात्रा आदि।

हिन्दी सप्ताह का समापन, 20 सितंबर 2022 को किया गया। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक, डा. बि. के. दास ने हिन्दी सप्ताह के सफल संचालन के लिए परिचालन समिति को धन्यवाद दिया और एक-दिवसीय वैज्ञानिक विषय पर हिन्दी कार्यशाला आयोजन का सुझाव दिया। साथ ही उन्होंने वार्षिक गृह पत्रिका, नीलांजलि को विषय संदर्भित बनाने पर जोर दिया जिससे किसी महत्वपूर्ण मुद्दे से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर ध्यानाकर्षण किया जा सके। उन्होंने कहा कि हिन्दी परिचालन समिति में नए सदस्यों को भी शामिल किया जाए। इस समारोह के मुख्य अतिथि, श्री राजीव लाल, संयुक्त सचिव, भाकृअनुप-केन्‍द्रीय मात्स्यिकी शिक्षा संस्‍थान, मुंबई ने हिन्दी सप्ताह 2022 से जुड़े परिचालन समिति और प्रतियोगिताओं से जुड़े कर्मियों की सराहना की। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, हालांकि सिफरी को हिन्दी कार्यों के लिए परिषद से कई बार पुरस्कार मिल चुके हैं, आगे संस्थान को भारत सरकार के राजभाषा हिन्दी संबंधित पुरस्कारों के लिए भी प्रयास करना चाहिए।

समापन समारोह में मासिक हिन्दी न्यूजलेटर, सितंबर 2022 का विमोचन किया गया और प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार दिया गया। हिन्दी सप्ताह 2022 का सफल कार्यान्वयन निदेशक, डा. बि. के. दास के मार्गदर्शन में डा. श्रीकान्‍त सामन्‍ता, प्रभागाध्यक्ष एवं सर्वकार्याधिकारी, हिन्दी कक्ष; श्री संजीव कुमार साहु, वैज्ञानिक; श्री प्रवीण मौर्य, वैज्ञानिक; डा. सुमन कुमारी, वैज्ञानिक; सुश्री सुनीता प्रसाद, स.मु.तक.अधि. (हिन्दी) तथा श्रीमती सुमेधा दास, तकनीकी सहायक (हिन्दी) द्वारा किया गया।





यह वेबसाइट भाकृअनुप-केन्द्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग, कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के तहत एक स्वायत्त संगठन से सम्बंधित है। कॉपीराइट @ 2010 आईसीएआर, यह वेबसाइट 2017 से कृषि ज्ञान प्रबंधन इकाई द्वारा विकसित और अनुरक्षित है।
अंतिम बार1 27/09/22 को अद्यतन किया गया