भाकृअनुप-केन्‍द्रीय अंतर्स्‍थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्‍थान, बैरकपुर में हिंदी सप्‍ताह समारोह का आयोजन

भाकृअनुप-केंद्रीय अंतर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान, बैरकपुर एवं भारतीय विज्ञान कांग्रेस संस्था, कोलकाता के संयुक्त तत्वाधान में दिनांक 13 सितम्‍बर, 2019 को सभागृह में दीप प्रज्‍जवलित कर हिंदी सप्ताह का उद्घाटन किया गया।

हिंदी सप्ताह के अवसर पर 13-19 सितंबर के दौरान विभिन्न कार्यक्रमों यथा, कविता पाठ, निबंध लेखन, हिंदी कार्य समीक्षा और प्रश्‍नोत्‍तरी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।

समापन समारोह दिनांक 19 सितम्‍बर, 2019 को संस्‍थान के निदेशक डा. बसन्‍त कुमार दास की अध्‍यक्षता में सम्‍पन्‍न हुआ। डॉ. सत्‍य प्रकाश तिवारी, अध्‍यक्ष, हिंदी विभाग, शिवपुर दीनबंधु संस्थान, शिवपुर, हावड़ा मुख्‍य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।

डॉ सुमन कुमारी, वैज्ञानिक ने हिंदी सप्‍ताह के दौरान आयोजित कार्यक्रमों की संक्षिप्‍त जानकारी दी। श्री संजीव कुमार साहू, वैज्ञानिक ने स्‍वागत भाषण दिया और हिन्‍दी सप्‍ताह के दौरान आयोजित कार्यक्रमों के बारे में विस्‍तृत जानकारी दी।

डॉ. वी. आर. सुरेश, प्रभागाध्‍यक्ष ने कहा कि आज हिंदी भाषा केवल हिंदी भाषी क्षेत्र तक सीमित ने होकर संपूर्ण भारत में फैल चुकी है। उन्‍होंने अपने सम्‍बोधन में कहा कि मैं केरल का हूँ परंतु सरलता से हिंदी बोलता हूँ। डा. उत्‍तम कुमार सरकार, प्रभागाध्‍यक्ष ने अपने वक्‍तव्‍य में कहा कि हमें मछुआरों के साथ हिन्‍दी भाषा में बातचीत करनी चाहिए। उन्‍होंने कहा कि अनुसंधान से संबंधित पत्राचार हिंदी राज्‍यों के साथ हिंदी में करना चाहिए।

समारोह के विशिष्ट अतिथि डॉ. बंकिम चन्‍द्र झा, पूर्व प्रभागाध्‍यक्ष ने कहा कि भाषा लोगों को जोडती है। आज हमें अपने शोध तथा कार्यालय का कामकाज हिंदी में करने के लिए शपथ लेना चाहिए।

मुख्‍य अतिथि डॉ. सत्‍य प्रकाश तिवारी ने अपने संबोधन में कहा कृषि विज्ञान से जुडे संस्थान होने के कारण यहाँ कई किसान आते होंगे, उनसे उनकी भाषा में आदान प्रदान करना चाहिए और हम सभी को हिंदी में रूचि लेकर काम करना चाहिए।

अपने अध्यक्षीय संबोधन निदेशक डा. बसन्‍त कुमार दास ने हिंदी के प्रभाव और विस्‍तार का उल्‍लेख करते हुए सभी कर्मचारियों से हिंदी में आधिकाधिक कार्य करने का आह्वान किया। संस्‍थान का वार्षिक प्रतिवेदन विगत कई वर्षों से हिंदी में प्रकाशित होना गौरव की बात है। उन्‍होनं गृह पत्रिका नीलांजलि का भी उल्‍लेख किया। उन्‍होंने कहा कि हमारा यह संस्‍थान तम्‍बाकू मुक्‍त क्षेत्र है एवं आप सभी को किसी भी प्रकार के तम्‍बाकू उत्‍पाद से बचना चाहिए। उन्होंने संस्थान के अधिकारियों एवं कर्मचारियों से आवाह्न किया कि कार्यालय और घर में प्‍लास्टिक, पॉलीथिन आदि का उपयोग नहीं करना चाहिए और अपने पास-पड़ोस के लोगों को इसका उपयोग न करने के लिए जागरूक करना चाहिए।
,br> कार्यक्रम में विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को निदेशक महोदय और मुख्‍य अतिथि के द्वारा पुरस्कार प्रदान किये गये। इस अवसर पर संस्‍थान के सहकर्मियों के मेघावी बच्‍चों जिन्‍होंने वर्ग 10 एवं वर्ग 12 में अच्‍छे अंक प्राप्‍त किये, उनको नकद पुरस्‍कार एवं प्रमाण-पत्र से सम्‍मानित किया गया।

डॉ. श्रीकान्‍त सामन्‍ता, प्रधान वैज्ञानिक एवं सर्वकार्यभारी, हिन्‍दी कक्ष ने सभागार में उपस्थित सभी अतिथियों व सहकर्मियों को धन्यवाद दिया। राष्‍ट्रगान के साथ कार्यक्रम की समाप्ति हुई।

हिन्दी सप्ताह के उद्द्घाटन समारोह कोलकाता के हिन्दी समाचार पत्रों ने जैसे कि सन्मार्ग, प्रभात खबर और दैनिक जागरण में व्यापक कवरेज ड़ुआ गया ।


  

  

  


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2016 Last updated on 23/08/2017